यहीं हम उन लोगों से मिलते हैं जिन्हें कभी न कभी हमने प्रेम किया होता है....ज्ञान और प्रेम...सहज...श... यहीं हम उन लोगों से मिलते हैं जिन्हें कभी न कभी हमने प्रेम किया होता है....ज्ञा...
मेरे अपने व्यक्तित्व की सभी सीमाएं जैसे चटक कर टूटने लगी थीं। मेरे अपने व्यक्तित्व की सभी सीमाएं जैसे चटक कर टूटने लगी थीं।
उस फूल सी बच्ची को देखकर मेरी दबी हुई ममता जाग गयी। उस फूल सी बच्ची को देखकर मेरी दबी हुई ममता जाग गयी।
आज मैं आपको गोपी की कहानी बताती हूँ| वह बनारस के दशाश्वमेध घाट पर रहता। उसके पिता की प आज मैं आपको गोपी की कहानी बताती हूँ| वह बनारस के दशाश्वमेध घाट पर रहता। उसके पित...
सुबह उठकर हम सभी पुष्कर घाट पर नहाने गए। सुबह उठकर हम सभी पुष्कर घाट पर नहाने गए।
कलुआ के कंधे पर अपनी बाहें डाले दर्द से कराहते हुए अपने घर की तरफ जा रहे थे। कलुआ के कंधे पर अपनी बाहें डाले दर्द से कराहते हुए अपने घर की तरफ जा रहे थे।